Advertisement

PF और EPF क्या है: जानें पीएफ से जुड़े सभी सवालों के जवाब

PF और EPF क्या है?

PF full form in hindi – पीएफ की फुल फॉर्म क्या है?

PF की फुल फॉर्म व्यवसाय/ रोज़गार (Business) में ‘प्रोविडेंट फण्ड’ (Provident fund) होता है, जिसका अर्थ हिंदी में भविष्य निधि होता है

EPF full form in hindi – ईपीएफ की फुल फॉर्म क्या है?

EPF की फुल फॉर्म व्यवसाय/ रोज़गार (Business) ‘एम्प्लोयी प्रोविडेंट फण्ड’ (Employee provident fund) होता है, जिसका अर्थ हिंदी में ‘कर्मचारी भविष्य निधि’ होता है


पीएफ (PF) का मतलब भविष्य निधि है, यह वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए उनके कार्य जीवन के दौरान निवेश करने और सेवानिवृत्ति के बाद लाभों का आनंद लेने की एक सरकारी योजना है। यह कर्मचारियों के लिए एक अनिवार्य, सरकार द्वारा प्रबंधित सेवानिवृत्ति बचत रणनीति है, जो हर महीने अपनी बचत का कुछ प्रतिशत हिस्सा अपने पेंशन फंड में योगदान कर सकते हैं। पूरी प्रक्रिया की निगरानी EPFO ​​(कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) द्वारा की जाती है। कोई भी कंपनी जिसमें 20 से अधिक कर्मचारी हैं, वह पीएफ का हकदार है और उसे ईपीएफओ के साथ पंजीकृत होना चाहिए।

1952 में, कर्मचारी भविष्य निधि और विविध अधिनियम के तहत पीएफ (भविष्य निधि) या ईपीएफ योजना शुरू की गई थी। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा सभी नियमों और विनियमों को परिभाषित किया गया है। EPFO की गतिविधियों का निरिक्षण, कामकाज और रोजगार मंत्रालय द्वारा किया जाता है।


PF के प्रकार – Types of provident funds

पीएफ कई अलग प्रकार होते है, पर आम तौर पर चार प्रकार बड़े प्रचलित है-
  1. Statutory Provident Fund (SPF)
  2. Recognized Provident Fund (RPF)
  3. Unrecognized Provident Fund (UPF)
  4. Public Provident Fund (PPF)

कुछ कारणों की वजह से इन चार प्रकार के बारे में यहा पर बताना तो मुश्किल है पर हमने इन प्रकारों पर अलग से पोस्ट लिख रखा है आप उसे पढ़ सकते है

पढ़े: पीएफ के प्रकार – Provident Funds Types


PF के फ़ायदे क्या है – Benefits of PF

1. टैक्स में मिलती है छूट

अगर आपने हमारी पीएफ के प्रकारों को पढ़ा होगा तो आपको ये तो पता लग ही गया होगा की पीएफ से हमें काफी टैक्स में छूट मिलती है. बहुत बार थोडाही या फिर 0% टैक्स एसपे लगता है, जो की एक आम आदमी के लिए बहुत अच्छा अवसर है

2. फ्री इंश्‍योरेंस की मिलती है सुविधा

जैसे ही किसी कर्मचारी का पीएफ खाता खुलता है, तब वह बाई डिफॉल्‍ट उसका विमा भी हो जाता है. एम्‍प्‍लॉई डिपोजिट लिंक्‍ड इंश्‍योरेंस (ईडीएलआई) के तहत कर्मचारी का 6 लाख रुपये तक का बीमा होता है. ईपीएफओ के सक्रिय सदस्‍य की सर्विस अविध के दौरान मृत्‍यु होने पर उसके नामित या कानूनी वारिस को 6 लाख रुपये तक का भुगतान किया जा सकता है. यह लाभ कंपनियां और केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों को उपलब्‍ध कराती हैं.

3. ज़रुरत के समय निकाल सकते हैं पैसा

पीएफ फंड की एक बेहतरीन सुविधा ये भी है कि ज़ररुत के समय इसमें से कुछ पैसे निकाले भी जा सकते हैं. अगर आपदा में आप कर्जा लेने की सोच रहे थे चिंता क्यों आप आसानी से पीएफ से पैसे निकाल  सकते है.

4. रिटायरमेंट के बाद मिलती है पेंशन

PF अकाउंट में जमा कंट्रीब्यूशन में से 8.33% कर्मचारी पेंशन स्कीम में चला जाता है. जो रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में उस कर्मचारी को मिलता है. पेंशन उस कर्मचारी के बुढ़ापे का सबसे बड़ा सहारा होता है. जिसके लिए सरकार भी आये दिन कई स्कीम चलाती है.

5. नि‍ष्क्रिय खाते पर ब्‍याज

कर्मचारियों के निष्क्रिय पीएफ खाते पर भी ब्‍याज का भुगतान किया जाता है. 2016 में कानून में किए गए बदलाव के मुताबिक, अब पीएफ खाताधारकों को उनके तीन साल से अधिक समय से निष्क्रिय पड़े पीएफ खाते में जमा राशि पर भी अच्छे ब्‍याज का भुगतान किया जाता है. इससे पहले, तीन साल से निष्क्रिय पड़े पीएफ खाते पर ब्‍याज देने का कोईभी प्रावधान नहीं था.


कर्मचारी पीएफ (ईपीएफ) नामांकन  कैसे पा सकते है इसकी  पात्रता क्या है?

ईपीएफ योजना में नामांकन के लिए पात्रता आवश्यकताएँ निम्नलिखित हैं:

➤ 15,000 रुपए प्रति माह से कम आय वाले वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए ईपीएफ खाते के लिए पंजीकरण आवश्यक है।

➤ यदि कोई कंपनी 20 से अधिक लोगों को रोजगार देती है, तो कानून द्वारा ईपीएफ योजना में नामांकन करना आवश्यक है। और इस मामले में कर्मचारी को कोई ईपीएफ खाता खोलने की आवश्यकता नहीं होती है, इस की जिम्मेदारी संपूर्णतः उस कंपनी की होती है

➤ स्वैच्छिक आधार पर, 20 से कम कर्मचारियों वाले व्यवसाय/कंपनी ईपीएफ योजना में शामिल हो सकते हैं।

➤ 15,000 रुपये से अधिक कमाने वाले कर्मचारी ईपीएफ खाता खोल सकते हैं, लेकिन उन्हें पहले सहायक पीएफ आयुक्त से अनुमति लेनी होगी।

➤ ईपीएफ योजना की आवश्यकताएं भारत के पूरे देश पर लागू होती हैं।


पीएफ कैसे निकालें, क्लेम या ट्रांसफर कैसे करें – How to withdraw, claim or transfer PF

ईपीएफ निकालने के लिए यूएएन सदस्य पोर्टल का उपयोग कीया जा सकता है। सदस्य को पहले अपना यूएएन सक्रिय करना होगा और फिर ऑनलाइन पीएफ निकलने के लिए पोर्टल पर लॉग इन करना होगा, फिर फॉर्म-19 और फॉर्म-10C भरके पीएफ को क्लेम किया जा सकता है।

पोर्टल का उपयोग उसके पुराने पीएफ खाते से नए खाते में धनराशि स्थानांतरित करने के लिए भी किया जा सकता है। अन्य ऑनलाइन सेवाएं जैसे ईकेवाईसी, संपर्क विवरण अपडेट आदि भी इस पोर्टल के माध्यम से किए जा सकते हैं।

ईपीएफ निकलने की स्थिति ईपीएफ सदस्य पोर्टल पर ऑनलाइन जांची जा सकती है। आपको ऑनलाइन पोर्टल में लॉग इन करना होगा और ‘ऑनलाइन सर्विसेज‘ सेक्शन में ‘ट्रैक क्लेम स्टेटस’ को जांचना होगा। ध्यान दें कि स्थिति की जांच स्वचालित रूप से स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा।


PF बैलेंस को ईपीएफओ पोर्टल, उमंग ऐप, मिस्ड कॉल, एसमएस के द्वारा कैसे चैक करें? How to Check PF Balance through EPFO ​​Portal, UMANG App, Missed Call, SMS

१. ईपीएफओ पोर्टल: आप अपने UAN पोर्टल में लॉग इन कर सकते हैं, और अपनी ईपीएफ ई-पासबुक से अपना पीएफ बैलेंस चेक कर सकते हैं।

२. उमंग ऐप: आप उमंग ऐप (यूनिफाइड मोबाइल एपीपी फॉर न्यू गवर्नेंस) का इस्तेमाल करके भी अपना पीएफ बैलेंस चेक कर सकते हैं। आप 9718397183 पर मिस्ड कॉल देकर ऐप डाउनलोड करने के लिए एक लिंक प्राप्त कर सकते हैं।

३. मिस्ड कॉल सेवा: यूएएन पोर्टल पर पंजीकृत सदस्य अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर से 011-22901406 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं। अगर आपका यूएएन आपके बैंक अकाउंट नंबर, पैन नंबर या आधार नंबर से जुड़ा है, तो आपको अपने पिछले ईपीएफ योगदान और पीएफ बैलेंस के विवरण के साथ एक एसएमएस प्राप्त होगा।

४. EPFO की SMS सेवा: सक्रिय UAN वाले सदस्य अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर से EPFOHO UAN ENG (ENG: आपकी पसंदीदा भाषा) लिखकर 7738299899 पर एक एसएमएस भी भेज सकते हैं। यह सुविधा 10 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQ

PF कितने प्रतिशत जमा होता है और कितने प्रतिशत कटता है ?

 कुछ लोग PF kitne percent katta hai? ये भी पूछते रहते है, तो कर्मचारी की आमदनी से 12 प्रतिशत राशि pf के तौर पर काटी जाती है। जिसमे कंपनी अपनी तरफ से 12 प्रतिशत राशि और जोडना अनिवार्य होता है। जिसके बाद 3.67 प्रतिशत कर्मचारी के EPF (Employee Provident Fund) और 8.33 प्रतिशत EPS (Employee Pension Scheme) में जमा कर दिया जाता है।

योगदान द्वारा  पीएफ में मासिक योगदान का प्रतिशत
कंपनी 12%
कर्मचारी 12% or 10%
कुल 24%

ऊपर टेबल में दिए गए आंकड़ों से ये साफ़ पता चलता है की कर्मचारियों को कुल 24% याने की डबल पीएफ मिलता है, क्योंकि उसके खुद के द्वारा सिर्फ 10-12% योगदान होता है

कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) पात्रता – Employee’s Provident Fund (EPF) Eligibility

➜ कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) पात्रता निचे दिए गए 5 मुद्दों को ध्यान से पढ़े:

  1. 20 से अधिक कर्मचारियों वाली किसी भी कंपनी को भारत के कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के साथ अनिवार्य रूप से पंजीकृत होना चाहिए।
  2. 20 से कम कर्मचारियों वाली कंपनियां भी स्वेच्छा से कर्मचारी भविष्य निधि के लिए पंजीकरण करा सकती हैं।
  3. वेतन पाने वाले सभी कर्मचारी ईपीएफ के लिए पात्र होते हैं।
  4. इसके अलावा, 15,000 रुपये से कम आय वाले सभी कर्मचारियों के लिए ईपीएफ के लिए पंजीकरण करना अनिवार्य है।
  5. हालांकि, 15,000 रुपये से अधिक कमाने वाले कर्मचारी भी स्वेच्छा से ईपीएफ योजना में अपना नाम दर्ज कर सकते हैं।

‘प्रोविडेंट फण्ड’ का UAN नंबर को क्यों संभालकर रखना चाहिए– Why we should keep UAN securely

➜ जिस भी कर्मचारी का पीएफ के लिए पंजीकरण होता है तो उस कर्मचारी को पहचान के तौर पर UAN (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) दिया जाता है। इस नंबर की मदद से कर्मचारी नौकरी बदलने, ऑनलाइन सुविधायों का फायदा जैसे – PF निकालना, एडवांस PF निकासी, PF ट्रांसफर करना, EPF पासबुक और बैलेंस पता करने आदि काम कर सकते हैं।

क्या 15000 से कम वेतन के लिए पीएफ अनिवार्य है?

➜ यदि आप एक वेतनभोगी कर्मचारी हैं जिसकी आय रु. 15,000 प्रति माह (मूल + महंगाई भत्ता), आपके कंपनी को आपके लिए एक ईपीएफ खाता पंजीकृत करना आवश्यक है, या फिर आप स्वेच्छा से ईपीएफ योजना में अपना नाम दर्ज कर सकते हैं।

मैं अपना पीएफ कब निकाल सकता हूं?

➜ रिटायर होने के बाद ही आप अपना पूरा पीएफ बैलेंस निकाल सकते हैं। केवल एक बार जब आप 55 वर्ष की आयु तक पहुंच जाएंगे तो आप सेवानिवृत्त हो पाएंगे। यदि आप इस आयु तक पहुँचने से पहले सेवानिवृत्त हो जाते हैं तो आपको अपनी पूरी पेंशन नहीं मिल सकेगी, हालांकि, रिटायर होने से एक साल पहले, आप अपने ईपीएफ कोष का 90% प्राप्त करने के हकदार हैं। पर 55 साल उम्र के बाद आपको ये राशि 100% मिल सकती है


PF के अन्य मतलब क्या है?

pf Full Form Hindi in Electrical (Academic & Science)

PF की फुल फॉर्म विज्ञान (Science) में ‘पावर फैक्टर’ (Power Factor) होता है, जिसका अर्थ हिंदी में ऊर्जा घटक होता है

PF Full Form Hindi in Airport Codes (Transport & Travel)

PF की फुल फॉर्म व्यवसाय/ रोज़गार (Business) में ‘फिलिस्तीनी एयरलाइंस’ (Palestinian Airlines) होता है, जो की एक खाड़ी देश की एयरलाइन कंपनी का नाम है

PF Full Form Hindi in Politics (Governmental)

PF की फुल फॉर्म राजनीति (Politics) में ‘पैट्रियोटिक फ्रंट’ (Patriotic Front) होता है, जिसका अर्थ हिंदी में देशभक्ति मोर्चा होता है

PF Full Form Hindi in Basketball (Sports & Games)

PF की फुल फॉर्म खेल (Sports) में ‘पावर फॉरवर्ड’ (power forward) होता है, जिसका अर्थ हिंदी में शक्ति अग्रेषण होता है

आपने क्या जाना

इस लेख को यहाँ तक पढकर आप जान गये होंगे कि ‘Provident fund kya hota hai’, जिसमे हमने PF क्या होता है | PF full form in hindi के अलावा EPFO क्या होता है? (epfo kya hota hai), epfo ki full form, pf की फुल फॉर्म क्या है?, pf kya hota hai, provident fund ke fayde, पीएफ कैसे चेक करे? (Pf kaise check kare), पीएफ कितने प्रतिशत कटता है 2022, क्या पीएफ डबल मिलता है? (Kya pf double milta hai), PF के अन्य मतलब  क्या है?, पीएफ कितने प्रतिशत मिलता है? (Pf kitne percent milta hai),  कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) पात्रता – Employee’s Provident Fund (EPF) Eligibility, पीएफ कैसे निकाले? (Pf kaise nikale), PF के अन्य मतलब क्या है? को भी विस्तार से समझाया है।

आशा करते है की यह पोस्ट आपको अच्छी लगी होगी और कुछ नया भी आपको सिखने के लिए मिला होगा

Advertisement

Leave a comment